Dil Ki Tamanna - दिल की तमन्ना Romantic Hindi Poem Written by Amrit Sahu
दिल की तमन्ना
खोया तुम्हारी यादो में
समां फिर जैसे रोशन हैं
सामने कही तुम आ जाओ
कितना हसीन वो मौसम हैं
तुम्हारी चाहत में डूबा रहता
फिर भी तुम अंजान हो
कैसे कहूँ मैं तुम्हें ये सब
कि तुम बिन मैं बेजान हूँ
मुस्कुराता तुम्हें देखकर
सारे गम मेरे मिट से जाते
तुम्हारे सिवा कुछ नहीं हैं जैसे
सारी दुनिया तुझमे सिमट से जाते
तुम्हारी आँखो में खुद को देखकर
मन में जागे कितने उमंग हैं
तुम्हे मैं जानता हूँ जैसे
जनम जनम का संग हैं
दिल की बात जुबा से कहना
ये थोड़ा सा मुश्किल हैं
पर खुद को मैं रोक न पाऊ
इतना बेचैन ये दिल हैं
वो पल दिल भूलेगा नहीं
जिस पल हमारी मुलाकात हो
जीवन में एक तमन्ना हैं
तुमसे रोज दिल की बात हो
मैं रहूँ या न रहूँ
मेरी रूह तुम्हारे साथ हों ।
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