Maun Sangit - मौन संगीत Sad Hindi Poem Written by Amrit Sahu
मौन संगीत
[ कविता के बारे में :- यह कविता मेरे उदास
मन की कल्पना पर आधारित हैं ]
प्रकाश खो चुका हैं जैसे
अंधेरा छा रहा हैं
हो गया सुना भवन
शीत ऋतु की इस मौसम में
चल रही हैं ठंडी पवन
पंछी घर को लौट रहे हैं
खाली पड़ गया जैसे पुरा गगन
उदासी सी छाई हैं
खुश नहीं हैं मेरा मन
क्या मतलब का किसी बंधन में बंधकर
मिला जो कुछ चैन और अमन
बगीचे में पर्याप्त पानी तो हैं
पर क्यों खिल नहीं रहे हैं ये चमन
गम मेरा कोई समझता ही नहीं
जग झूम रहा होकर मगन ।
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