Kyu Tham Gayi Barsaate - Hindi romantic poem written by Amrit Sahu
क्यों थम गई बरसाते (Romantic hindi kavita)
यह कविता तोता मैना की प्यार भरी बातों का वर्णन करता हैl तथा इस कविता में तोता, मैना की जान बचाने के लिए अपनी जान दे देता हैl
वो चांदनी रातें
कितनी सुंदर तारों की बारातें
वह प्यार भरी बातें
क्यों थम गई बरसाते
बेचैन होकर किसी का इंतजार
याद आती है वह बार-बार
आजकल हो पाती है
अचानक ही कभी ऐसी मुलाकाते
अब कहां होगी प्यार भरी बातें
क्यों थम गई बरसाते
बारिश ना होती तो
न हम कभी मिल पाते
मिलने को यूंही तरस जाते
तुम्हारे बिना ना जाने
कब तक ऐसे ही जी पाते
यूं ही कहीं तड़प कर मर जाते
केवल कहने की बात नहीं थी
तोता ने यह कर दिखलाया
स्वयं दाना न खाकर
उसने मैना को खिलाया
तोते ने भूख सहन कर लिया
पर प्यास सहन न कर पाया
गिर पड़ा डाल से जब तोता
मरते वक्त उसने सोचा
काश बरसा होता सावन
तो तोता प्यासा न मरता
तब हो पाती तोता मैना की पूरी बातें
परन्तु ढल गई अब चांदनी रातें
अफसोस क्यों थम गई बरसाते
कवि :- अमृत साहू
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